• होम
  • हमसे जुड़े
  • हमारे बारे में
  • संपर्क करे
NNI Live
  • कोरोनावायरस
  • राष्ट्रीय
  • क्षेत्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राजनीति
  • धर्म ज्योतिष
  • लेख
  • व्यापार
  • टेक्नोलॉजी
  • अपराध
No Result
View All Result
  • कोरोनावायरस
  • राष्ट्रीय
  • क्षेत्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • राजनीति
  • धर्म ज्योतिष
  • लेख
  • व्यापार
  • टेक्नोलॉजी
  • अपराध
No Result
View All Result
NNI Live
No Result
View All Result

भारत ने पाकिस्तान को मानवाधिकार, अल्पसंख्यक उत्पीड़न और आतंकवाद के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में घेरा

Shivam Dixit by Shivam Dixit
September 11, 2020
in अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय
0
भारत ने पाकिस्तान को मानवाधिकार, अल्पसंख्यक उत्पीड़न और आतंकवाद के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में घेरा

नई दिल्ली (NNI Live) :- भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान को मानवाधिकारों के उल्लंघन, सीमापार आतंकवाद और अपने यहां अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के लिए कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि पड़ोसी देश भारत के खिलाफ घृणा से भरा दुष्प्रचार फैलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के मंचों का दुरुपयोग कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र के उच्चस्तरीय शांति की संस्कृति के मंच पर भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान अपनी सरजमी और सीमा पर हिंसा की संस्कृति का प्रसार कर रहा है। पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न जारी है तथा ईशनिंदा कानून के तहत उनके खिलाफ मनमानी कार्रवाई की जा रही है। पाकिस्तान के यह कुकृत्य अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के लिए चिंता का विषय है।

प्रतिनिधि ने अल्पसंख्यक समुदाय की बालिकाओं के अपहरण, उनके जबरन धर्म परिवर्तन और उनके साथ बलात्कार की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाओं को पाकिस्तान में ज्यादतियों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना महामारी के दौरान अल्पसंख्यकों के हालात और बदतर हो गए हैं।

एक अन्य मंच पर भारत ने आतंक को फैलाने वालों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को मजबूत इच्छाशक्ति दिखाने की अपील की। पाकिस्तान पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी बाल अधिकारों के सबसे ज्यादा शोषण में शामिल हैं।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर चर्चा के दौरान भारत ने एक बयान में कहा कि आतंक के नेटवर्क ने शांति और स्थिरता को खतरे में डालते हुए अपने पांव फैलाए हैं। इससे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।  वे भय और अनिश्चितता की भावना के साथ रहते हैं और अक्सर शिक्षा के अधिकार से वंचित रह जाते हैं।

भारत ने अपने वक्तव्य में कहा कि परिषद के बाल संरक्षण एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आतंकवाद से मुकाबला करने को लेकर बने तालमेल को जमीनी स्तर पर उतारना होगा।

Previous Post

सीमा तनाव के बीच एस जयशंकर ने की चीनी विदेश मंत्री के साथ बैठक, ढाई घंटे की बैठक में लद्दाख रहा मुख्य मुद्दा

Next Post

वंदे भारत मिशन के तहत अबतक 4,858 प्रत्यावर्तन उड़ानों का संचालन, 6.42 लाख लोगों ने की यात्रा

Next Post
वंदे भारत मिशन के तहत अबतक 4,858 प्रत्यावर्तन उड़ानों का संचालन, 6.42 लाख लोगों ने की यात्रा

वंदे भारत मिशन के तहत अबतक 4,858 प्रत्यावर्तन उड़ानों का संचालन, 6.42 लाख लोगों ने की यात्रा

No Result
View All Result

Recent Posts

  • डबरा में इमरती अपने समधी सुरेश से 1994 वोट से हुईं पीछे, आगरा में अभी भी कांटे की टक्कर
  • मुख्तार अंसारी को पुलिस रिमांड दिए जाने की विवेचक की अर्जी खारिज
  • तीन राउंड की काउंटिंग के बाद कमलनाथ ने छोड़ा कांग्रेस कार्यालय, चार घंटे तक दिग्विजय और तन्खा के साथ चैंबर में थे मौजूद
  • शिवराज ने अध्यक्ष वीडी शर्मा को खिलाई मिठाई तो, ग्वालियर में प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कही यह बात
  • PM मोदी ने वाराणसी को दिया 614 करोड़ रुपये का दिवाली गिफ्ट

Recent Comments

    NNI Live

    © 2020 Nni Live - News .

    Navigate Site

    • होम
    • हमसे जुड़े
    • हमारे बारे में
    • संपर्क करे

    Follow Us

    No Result
    View All Result
    • Sample Page
    • संपर्क करे
    • हमसे जुड़े
    • हमारे बारे में
    • होम

    © 2020 Nni Live - News .