भोपाल (NNI Live) :- उज्जैन जिले में झिंझर नामक कच्ची शराब पीने से हुई मौत के मामले में अब राजनीति शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले को संज्ञान में लेकर गुरुवार सुबह उच्च स्तरीय बैठक लेकर अधिकारियों को घटना की जांच के विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने के निर्देश दिये हैं। साथ ही गृह विभाग को निर्देशित किया गया है कि दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए।
वहीं मप्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी उज्जैन की घटना को लेकर जाँच टीम बनाई है, जो मौक़े पर जाकर पीडि़त परिवारों से मिलकर, इस पूरे मामले की जाँच कर कमलनाथ को रिपोर्ट सौंपेगी। इस टीम में विधायक महेश परमार, मनोज चावला, दिलीप गुर्जर, मुरली मोरवाल को शामिल किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि प्रदेश के कई जिलों से शराब माफिय़ाओं के व अवैध शराब के कारोबार की निरंतर शिकायतें मिल रही है। हमारी सरकार जाते ही ये माफिया वापस बेखौफ होकर सक्रिय हो गये है। हमारी सरकार ने इन्हें कुचला था और भाजपा सरकार इन्हें संरक्षित कर रही है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा कि पूरी सरकार उपचुनावों में लगी हुई है। जनता को भगवान मानने वाले शिवराज जी ने जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। क़ानून व्यवस्था की स्थिति दिन ब दिन लचर होती जा रही है। बहन- बेटियों के साथ प्रतिदिन दरिंदगी की घटनाएँ घटित हो रही है। सरकार कुंभकर्णी नींद में सोयी हुई है। ये माफिया बेगुनाह लोगों की जान ले रहे है।
कमलनाथ ने सरकार को चेतावरी भरे लहजे में का है कि हमारी सरकार के माफिया मुक्त प्रदेश बनाने के अभियान को भाजपा सरकार ने रोक दिया है लेकिन कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। माफिय़ाओं व मिलावट खोरों से प्रदेश को मुक्त करने का हमारा अभियान बंद नहीं होने देंगे, इसके लिये सडक़ों पर संघर्ष करेंगे।
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